श्री त्रिपुर आदित्य रमण गुरुकुल विद्यापीठ मे आपका स्वागत है। Welcome to Shree Tripura Aaditya Raman Gurukul Vidyapeeth

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मैं भारत देश में जन्मा हूं इस बात पर मुझे बड़ा गर्व होता है। यह विश्व गुरु ऐसे ही नहीं कहलाता है भारत,  क्योंकि वह हम ही हैं जिसने शिक्षा का पहला आधार इस धरती पर रखा है। क्योंकि वह हम ही हैं जिसने सुन्य दिया है। क्योंकि वह हम ही हैं जिसने सबसे पहले धरती और चांद की दूरी बताई। क्योंकि वह हम ही है जिसने इस धरती पर पहले आयुर्वेद चिकित्सा की नींव रखी है। क्योंकि वह हम ही है समय-समय पर वैदिक गणित के द्वारा बताया है किस समय सूर्य ग्रहण और किस समय चंद्र ग्रहण होगा। ऐसे बड़े बड़े महान पूजनीय ऋषि महर्षि इस भारत की धरती पर जन्म लिये है।

माननीय बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जी ने भारतीय संविधान का निर्माण कर भारत को धर्म निरपेक्ष राष्ट्र बनाया।

जहां कई जाति और कई धर्म समुदाय के लोग रहते हैं जहां सबको अपने अपने धर्म के प्रचार प्रसार और उसकी शिक्षा प्रदान करना और उसका अभ्यास करना भारतीय संविधान के माध्यम से वह अधिकार प्रदान किया।

ना कोई छोटा ना कोई बड़ा सबको सा-सम्मान समान रूप से जीने का अधिकार दिया।

ऐसे दिव्य महान आत्मा बाबासाहेब डॉ भीमराव अंबेडकर इस भारत भूमि में जन्म लिया।

मैं अपने आप हो गौरवान्वितती अनुभव करता हूं कि मैंने भी इस धरती पर जन्म लिया है।

मैं ऐसे ही उन महान आत्माओं को शत-शत नमन करता हूं।

मैं आभार व्यक्त करता हूं मेरी सरकार को और शत-शत नमन करता हूं भारत सरकार को और प्रतिज्ञाबद्ध हूं उसके विकास के लिए।

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